जब खेल खेले जाते हैं तो उन खेलों में खेलने वाले खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए संगठन द्वारा जो प्रशस्ति पत्र, प्रमाण पत्र ,धनराशि आदि जो दिए जाते हैं उन्हें पुरस्कार की श्रेणी में रखा जाता हैl इन जाने-माने पुरस्कारों में कुछ पुरस्कार निम्न है:-जैसे राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार, मौलाना अबुल कलाम आजाद ट्रॉफी ,ध्यानचंद पुरस्कार, अर्जुन पुरस्कार, द्रोणाचार्य पुरस्कार इत्यादि l राजीव गांधी खेल रतन पुरस्कार:-इसे 199- 92 में आरंभ किया गयाl यह पुरस्कार भारत में खेल के क्षेत्र में दिया जाने वाला सबसे बड़ा पुरस्कार है l इस पुरस्कार में 1 पदक एक प्रशस्ति पत्र और 2500000 रुपए दिए जाते हैं l राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार एवं ध्यानचंद पुरस्कार विजेता राजधानी व शताब्दी गाड़ियों में प्रथम एवं द्वितीय श्रेणी वातानुकूलित कोचों में मुफ्त यात्रा करने के लिए सक्षम होते हैं l मौलाना अबुल कलाम आजाद ट्रॉफी:-यह ट्रॉफी 1956-57 में शुरू की गई, यह चल बिजली "रोलिंग ट्रॉफी" है, और यह अंतर विश्वविद्यालय टूर्नामेंट में सर्वश्रेष्ठ समग्र प्रदर्शन करने वाले विश्वविद्यालय को प्रदान की जाती है! इसे फिर से हासिल करने वाले विश्वविद्यालयों को ट्रॉफी की प्रतिकृति भी दी जाती है! इसके अलावा विश्वविद्यालय को ₹1000000 का नगद पुरस्कार दिया जाता है ! प्रतियोगिता में दूसरा स्थान प्राप्त करने वाले विश्वविद्यालय को ₹500000 तथा तीसरा स्थान प्राप्त करने वाले को ₹300000 के नगद पुरस्कार दिए जाते हैं l ध्यानचंद पुरस्कार:-इसे वर्ष 2002 में गठित किया गया इसमें नगर पुरस्कार 1000000 रुपए हैl पुरस्कार उन खिलाड़ियों को सम्मानित करने के लिए प्रदान किए जाते हैं जिन्होंने अपने खेल में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया हैl और सक्रिय खेल जीवन में सन्यास लेने के बावजूद भी खेल की उन्नति के लिए योगदान करते रहते हैंl प्रत्येक वर्ष ज्यादा से ज्यादा 3 खिलाड़ियों को इस पुरस्कार से सम्मानित किया जाता हैl यह पुरस्कार क्रीडा और खेलों में जीवन भर की उपलब्धियों के लिए प्रदान किया जाता है l अर्जुन पुरस्कार:-इसे 1961 में आरंभ किया गया और इसमें 1500000 रुपए का नगद पुरस्कार दिया जाता हैl खिलाड़ी को न केवल उत्कृष्ट के साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पिछले 3 वर्षों में और उस वर्ष में जिसमें पुरस्कार की सिफारिश की गई है लगातार अच्छा प्रदर्शन किया होना चाहिए, बल्कि नेतृत्व खेल भावना और अनुशासन का भाव दर्शाया होना चाहिए! 2001 से यह पुरस्कार केवल उन विभागों में दिया जाएगा जो निम्नलिखित श्रेणियों में आते हैं! (1) ओलंपिक खेल (2)एशियाई खेल (3)राष्ट्रमंडल खेल( 4)विश्वकप विश्व चैंपियन विभाग और स्वदेशी खेल शारीरिक रूप से असमर्थ लोगों के लिए खेल प्रत्येक वर्ष अधिकतम 15 अर्जुन पुरस्कार दिए जाते हैं l द्रोणाचार्य पुरस्कार:-इसे 1985 में आरंभ किया गयाl इसमें उन विख्यात कोच को सम्मानित किया जाता है जिन्होंने खिलाड़ियों और टीमों को सफलतापूर्वक प्रशिक्षित किया है l और उन्हें अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में उत्कृष्ट परिणाम प्राप्त करने में समर्थ बनाया हैl द्रोणाचार्य पुरस्कार दो श्रेणियों में प्रदान किया जाता है पहला द्रोणाचार्य पुरस्कार जीवनकाल एवं दूसरा द्रोणाचार्य पुरस्कार नियमित जीवन काल के लिए 1500000 एवं नियमित के लिए 1000000 रुपए की राशि पुरस्कार स्वरूप और गुरु द्रोणाचार्य की प्रतिमा प्रदान की जाती है 1 वर्ष में 5 से अधिक पुरस्कार नहीं दिए जा सकते हैंl प्रतियोगिता में कम से कम 180 दिन पहले से पदक विजेताओं को प्रशिक्षित करने वाले शिक्षकों को भी नगद पुरस्कार दिए जाते हैं l प्रशिक्षित खिलाड़ी को जितनी पुरस्कार राशि दी जाती है उसके प्रशिक्षक को उसकी 50 फ़ीसदी राशि पुरस्कार में दी जाती है l यदि एक से अधिक प्रशिक्षक हो तो पुरस्कार राशि को समान रुप में बांटा जाता है l दोस्तों यह जानकारी आपको कैसी लगी यदि आपको जानकारी अच्छी लगी हो तो प्लीज लाइक और कमेंट जरूर करें धन्यवाद ......अमर पंडित की कलम से!
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